Khesari Lal Yadav Notice: MBMC ने भेजा अवैध निर्माण का नोटिस

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छपरा : भोजपुरी सुपरस्टार और आरजेडी उम्मीदवार खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) के लिए मुश्किलें (troubles) लगातार बढ़ती जा रही हैं। इस बार Khesari Lal Yadav Notice मामला चर्चा में है। दरअसल, महाराष्ट्र के मीरा रोड स्थित उनके आलीशान बंगले को मीरा भायंदर नगर निगम (MBMC) ने अवैध निर्माण (illegal construction) के आरोप में नोटिस भेजा है। निगम ने चेतावनी दी है कि अगर अभिनेता ने खुद यह निर्माण नहीं हटाया, तो प्रशासन बलपूर्वक (forcibly) इसे ध्वस्त कर देगा।

अवैध निर्माण पर निगम की कार्रवाई (Corporation Action on Illegal Construction)

नोटिस के अनुसार, खेसारी लाल यादव के बंगले में लोहे के एंगल और चादरों से तीनों मंजिलों पर शेड बनवाया गया है। यह निर्माण पास किए गए नक्शे (approved map) से अलग है। नगर निगम की टीम ने शिकायत मिलने के बाद निरीक्षण (inspection) किया और अवैध निर्माण की पुष्टि की। अब Khesari Lal Yadav Notice के तहत उन्हें निर्देश दिया गया है कि वे तुरंत यह निर्माण स्वयं हटाएं, वरना निगम इसे खुद गिराएगा और पूरा खर्च उनसे वसूलेगा।

चुनाव प्रचार के बीच नया संकट (New Trouble During Campaign)

वर्तमान में खेसारी लाल यादव बिहार के छपरा विधानसभा क्षेत्र से आरजेडी प्रत्याशी (candidate) के रूप में चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। ऐसे में उनके बंगले पर कार्रवाई का नोटिस मिलना उनके लिए नया झटका (setback) साबित हुआ है। जब पत्रकारों ने इस मामले में उनसे सवाल किया, तो उन्होंने कहा — “अगर ईश्वर को यही मंजूर है, तो कोई बात नहीं। सपनों का महल है, फिर से बनेगा।” उनका यह जवाब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल (viral) हो गया।

मुंबई के मीरा रोड स्थित उनके आलीशान बंगले को MBMC ने अवैध निर्माण के आरोप में नोटिस भेजा है।

महानगरपालिका की सख्त चेतावनी (Strict Warning by MBMC)

MBMC ने यह भी स्पष्ट (clearly) कर दिया है कि अगर निर्धारित समय में निर्माण नहीं हटाया गया, तो वह खुद तोड़फोड़ (demolition) की कार्रवाई करेगा। इतना ही नहीं, इस प्रक्रिया में आने वाला पूरा खर्च खेसारी लाल यादव से टैक्स के रूप में वसूला जाएगा।

निष्कर्ष (Finally)

अंततः (Finally), यह पूरा मामला Khesari Lal Yadav Notice को लेकर सुर्खियों में है। जहां अभिनेता चुनाव प्रचार में जनता से जुड़ रहे हैं, वहीं मुंबई में उनके बंगले पर प्रशासनिक (administrative) कार्रवाई की तलवार लटक रही है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि खेसारी इस विवाद (controversy) से कैसे निकलते हैं — अपने दम पर या कानूनी रास्ते से।

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