नई दिल्ली: अभिनेत्री इशिता अरुण (Ishita Arun Piyush Pandey) हाल ही में एक विवाद में फंस गईं, जब विज्ञापन जगत के दिग्गज पीयूष पांडे के अंतिम संस्कार का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। उस वीडियो में इशिता मुस्कुराती और लोगों से बातचीत करती नजर आ रही थीं, जिसके बाद कुछ यूजर्स ने उन्हें ट्रोल करना शुरू कर दिया। कई लोगों ने कहा कि इतना गंभीर माहौल होते हुए भी उनका मुस्कुराना अनुचित था। हालांकि, (later) इशिता ने पूरे सम्मान के साथ इस पर अपनी सफाई पेश की।
“दुःख कोई स्क्रिप्ट नहीं है”
अपनी पोस्ट में इशिता ने अपने अंकल पीयूष पांडे की एक तस्वीर साझा करते हुए एक भावनात्मक नोट लिखा। उन्होंने कहा, “दुःख कोई स्क्रिप्ट नहीं है, और जब आप किसी ऐसे व्यक्ति को अलविदा कह रहे हों जो हमेशा ज़ोर से हंसा हो, तो उसे हंसी के ज़रिए याद करना अनादर नहीं है — यह निरंतरता है।”
उन्होंने आगे लिखा, “हमने उनकी बातों पर हंसी इसलिए नहीं हंसी क्योंकि हमें परवाह नहीं थी, बल्कि इसलिए कि वह खुद भी यही चाहते। अगर आप उन्हें जानते होते, तो आपको यह समझाने की ज़रूरत नहीं पड़ती।”
ट्रोल्स को दिया जवाब
इशिता अरुण ने (furthermore) ट्रोल करने वालों को सीधा संदेश दिया। उन्होंने कहा, “हम दुःख का नाटक नहीं करते। हम दूसरों को सहज महसूस कराने के लिए अपनी यादों को दबाते नहीं हैं। हम उन्हें सच्चाई और ईमानदारी के साथ याद करते हैं — हंसी, साहस और ज़िंदगी के रूप में।”
उन्होंने यह भी कहा कि (therefore) “अगली बार किसी पल पर टिप्पणी करने से पहले पूरी कहानी जान लें।”
अंकल को याद करते हुए भावुक हुईं इशिता
इस हफ्ते की शुरुआत में (earlier this week), इशिता ने अपने दिवंगत अंकल की प्यारी यादें साझा की थीं। उन्होंने मुंबई में बिताए शुरुआती दिनों को याद करते हुए बताया कि कैसे उनकी मां और पीयूष पांडे ने उनके जीवन को आकार दिया। उन्होंने लिखा, “उन्होंने हमें सिखाया कि रचनात्मकता सिर्फ़ पेशा नहीं, बल्कि एक सोच है। आज भी उनके हर शब्द में जीवन की गूंज सुनाई देती है।”
निष्कर्ष
अभिनेत्री इशिता अरुण (Ishita Arun Piyush Pandey) का यह जवाब उन सभी के लिए एक संदेश है जो बिना संदर्भ के किसी की भावनाओं पर टिप्पणी कर देते हैं। (Ultimately) उन्होंने यह साबित कर दिया कि सच्चा सम्मान सिर्फ़ आंसुओं से नहीं, बल्कि मुस्कुराहटों से भी दिया जा सकता है।

