नई दिल्ली :एशिया कप 2025 के दौरान क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक भावुक और दर्दनाक पल सामने आया। श्रीलंका के युवा ऑलराउंडर वेल्लालागे मैदान पर अफगानिस्तान के खिलाफ गेंदबाज़ी कर रहे थे, तभी उन्हें यह खबर मिली कि उनके पिता सुरंगा वेल्लालागे का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। एक खिलाड़ी के लिए मैच का रोमांच, उत्साह और फोकस सब कुछ अचानक बदल गया।
मैदान पर और बाद की परिस्थितियाँ
मैच समाप्त हुआ और श्रीलंका ने जीत दर्ज की, लेकिन वेल्लालागे के लिए यह खुशी का पल नहीं था। उन्हें जीत की बधाई मिलने की बजाय पिता के निधन की खबर मिली। टीम के कोच सनथ जयसूर्या ने मैदान पर ही वेल्लालागे को यह दुखद समाचार बताया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कोच अपने हाथों से वेल्लालागे को सांत्वना देते हुए उन्हें हिम्मत दे रहे हैं। वहीं वेल्लालागे भावुक होकर मैदान से बाहर निकलते हैं, उनकी आंखों में गहरी पीड़ा साफ़ झलक रही थी।
मैच के दौरान उनका प्रदर्शन सामान्य रहा, मोहम्मद नबी ने एक ओवर में उनके पांच छक्के लगाए। लेकिन असली झटका तो मैच के बाद मिली व्यक्तिगत खबर थी। जीत का जश्न उनके लिए कोई मायने नहीं रखता था।
पिता सुरंगा वेल्लालागे का महत्व
वेल्लालागे के पिता सुरंगा वेल्लालागे खुद क्रिकेट के प्रति समर्पित थे और स्कूल क्रिकेट में कप्तान रह चुके थे। बेटे के करियर में उनके योगदान और मार्गदर्शन की वजह से वेल्लालागे आज जिस मुकाम पर हैं, उसमें उनके पिता का हाथ रहा है। उनके निधन ने वेल्लालागे और उनके परिवार को गहरा दुख दिया।

टीम और फैंस की प्रतिक्रिया
श्रीलंका ने मैच जीत लिया, लेकिन ड्रेसिंग रूम में मातम पसरा हुआ था। साथी खिलाड़ी और कोच वेल्लालागे के पास खड़े रहे और उन्हें हिम्मत देने की कोशिश की। सोशल मीडिया पर फैंस और क्रिकेट प्रेमियों ने भी अपनी संवेदनाएं जताई, और भावुक संदेश साझा किए।
वेल्लालागे के लिए यह मैच जीत से ज्यादा जीवन का सबसे कठिन पल बन गया। क्रिकेट की दुनिया में यह घटना केवल उनके खेल के कारण ही नहीं, बल्कि मानवीय भावनाओं के कारण भी यादगार बनी। हमारी संवेदनाएं वेल्लालागे और उनके परिवार के साथ हैं। उम्मीद है कि समय के साथ वे इस कठिन समय से उबरेंगे और फिर से मैदान पर लौटेंगे।