पंचांग 25 सितम्बर 2025: नवरात्रि का चौथा दिन और शुभ मुहूर्त
25 सितम्बर 2025, गुरुवार का दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत विशेष है। आज नवरात्रि का चौथा दिन है और इस दिन माँ दुर्गा के कुष्मांडा स्वरूप की पूजा की जाती है। पंचांग के अनुसार यह दिन व्रत-पूजन, धार्मिक अनुष्ठान और मांगलिक कार्यों के लिए बेहद शुभ माना गया है। आइए जानते हैं आज का विस्तृत पंचांग, शुभ मुहूर्त और दिन का महत्व।
सूर्योदय और सूर्यास्त
- सूर्योदय: प्रातः 06:12 बजे
- सूर्यास्त: सायं 06:16 बजे
- दिन की लंबाई: लगभग 12 घंटे 04 मिनट
चंद्रमा की स्थिति
- चंद्रमा आज वृश्चिक राशि में संचार करेगा।
- तिथि: चतुर्थी तिथि (24 सितम्बर की रात 09:28 बजे से प्रारंभ होकर 25 सितम्बर की रात 11:10 बजे तक)।
- नक्षत्र: ज्येष्ठा नक्षत्र (सुबह 08:40 बजे तक), उसके बाद मूल नक्षत्र प्रारंभ होगा।
आज के शुभ मुहूर्त
- ब्रह्म मुहूर्त: 04:35 से 05:25 बजे तक
- अभिजीत मुहूर्त: 11:50 से 12:38 बजे तक
- गोधूलि मुहूर्त: 06:03 से 06:27 बजे तक
- विजय मुहूर्त: 02:20 से 03:08 बजे तक
इन समयों को मांगलिक कार्य, पूजा-पाठ, यात्रा और नए कार्यों के आरंभ के लिए अत्यंत फलदायी माना जाता है।
अशुभ समय (राहुकाल एवं यमगंड)
- राहुकाल: दोपहर 01:30 से 03:00 बजे तक
- यमगंड: सुबह 06:12 से 07:42 बजे तक
- गुलिक काल: 09:12 से 10:42 बजे तक
इन समयों में किसी भी नए या महत्वपूर्ण कार्य की शुरुआत से बचना चाहिए।
नवरात्रि का चौथा दिन – माँ कुष्मांडा की पूजा
नवरात्रि का चौथा दिन माँ दुर्गा के कुष्मांडा स्वरूप की उपासना को समर्पित होता है। माना जाता है कि माँ कुष्मांडा ने अपनी मंद मुस्कान से सृष्टि की रचना की थी, इसीलिए इन्हें “ब्रह्मांड की जननी” भी कहा जाता है।
माँ कुष्मांडा की पूजा करने से भक्तों को दीर्घायु, आरोग्य, सुख-समृद्धि और तेज की प्राप्ति होती है। इस दिन सुबह स्नानादि कर के स्वच्छ वस्त्र पहनकर देवी की पूजा करें। देवी को मालपुआ, कुम्हड़ा (कद्दू) और मालती पुष्प अर्पित करने का विशेष महत्व है।
पूजा विधि
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।
- घर के पूजा स्थान पर माँ दुर्गा की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
- कलश स्थापना कर माँ कुष्मांडा को धूप, दीप, पुष्प, अक्षत और नैवेद्य अर्पित करें।
- देवी को नारियल और मालपुए का भोग लगाएं।
- “ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे” मंत्र का जप करें।
- आरती कर परिवार और समाज की खुशहाली की प्रार्थना करें।
आज का महत्व और मान्यता
- माँ कुष्मांडा की कृपा से रोग, शोक और संकट दूर होते हैं।
- इस दिन किया गया दान-पुण्य अक्षय फल प्रदान करता है।
- कुष्मांडा देवी की पूजा से सूर्य देव की कृपा भी प्राप्त होती है।
- यह दिन विद्या, धन और आयु वृद्धि के लिए उत्तम है।
आज के उपाय
- गरीबों को भोजन कराना विशेष फलदायी रहेगा।
- कुम्हड़ा (कद्दू) का दान करें, इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होगी।
- माँ दुर्गा को लाल फूल चढ़ाकर “श्रीम” मंत्र का जाप करें, इससे आर्थिक उन्नति होगी।
- देवी को हलवा और पूड़ी का भोग लगाकर बच्चों में बांटें, इससे संतान सुख की प्राप्ति होगी।
व्रत और त्योहार
- नवरात्रि व्रत जारी है।
- माँ कुष्मांडा की विशेष पूजा का दिन।
- चतुर्थी तिथि होने के कारण गणपति जी की पूजा का भी महत्व है।
निष्कर्ष
25 सितम्बर 2025 का दिन धार्मिक आस्था और श्रद्धा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। नवरात्रि के चौथे दिन माँ कुष्मांडा की पूजा कर भक्त अपने जीवन में स्वास्थ्य, सुख और समृद्धि की कामना करते हैं। शुभ मुहूर्तों का पालन कर अगर आज कोई नया कार्य शुरू किया जाए तो वह अवश्य ही सफल होता है। वहीं, राहुकाल और यमगंड जैसे अशुभ समय से बचकर चलना चाहिए।
नवरात्रि के इस पावन अवसर पर श्रद्धा और भक्ति के साथ देवी की आराधना करने से सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
आज का पंचांग हमें यह सिखाता है कि सही समय और विधि से किए गए कार्य जीवन को सफल बनाते हैं। श्रद्धा और विश्वास के साथ माँ दुर्गा की उपासना करें और अपने परिवार के लिए सुख-समृद्धि की कामना करें।