जब Lenskart IPO Listing की शुरुआत हुई, तब निवेशकों ने उम्मीदें (hopes) बड़ी रखीं थीं, लेकिन इसके तुरंत बाद (immediately after) उन्हें निराशा (disappointment) का सामना करना पड़ा। दरअसल (in fact), इस आईपीओ (IPO) को 10 नवंबर 2025 को Bombay Stock Exchange (BSE) और National Stock Exchange of India (NSE) पर सूचीबद्ध (listed) किया गया — जहाँ BSE पर शेयर ~₹390 पर लगभग 3 % डिस्काउंट पर लिस्ट हुए और NSE पर ~₹395 पर लिस्टिंग हुई। इसके अलावा (in addition), शुरुआती गिरावट के बाद लगभग 30 मिनट में शेयर कुछ रिकवर भी हुए।
आईपीओ क्यों बना चर्चा का विषय?
पहले (firstly), इस इश्यू का प्राइस बैंड ₹382–₹402 प्रति शेयर तय किया गया था। साथ ही (alongside) कंपनी ने लगभग ₹7,278 करोड़ (₹72.78 अरब) जुटाने का लक्ष्य रखा था। इसके बावजूद (despite that), लिस्टिंग के पहले ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) में भारी गिरावट (sharp drop) देखने को मिली — कुछ रिपोर्ट्स ने इसे लगभग 70 % तक गिरते हुए बताया। इस तरह (thus), बुलंद उम्मीदों के बीच वास्तविकता (reality) कुछ अलग नजर आई।
विशेषज्ञों की राय: क्या समस्या है?
विश्लेषकों (analysts) का कहना है कि समस्या सिर्फ लिस्टिंग की तारीख की नहीं है — बल्कि कंपनी के वैल्यूएशन (valuation) और भविष्य की कमाई (future earnings) को लेकर चिंताएं (concerns) हैं। उदाहरण के लिए (for example), Ambit Capital ने इस शेयर के लिए “सेल” (sell) रेटिंग जारी की है और लक्ष्य मूल्य (target) ₹337 तय किया है — जो कि इश्यू प्राइस स्तर से लगभग 16 % नीचे है। इसके चलते (therefore) निवेशकों को “लंबी अवधि के लिए पकड़कर रखना” (buy-and-hold) सलाह नहीं दी जा रही है।
कई रिपोर्ट्स के मुताबिक (according to reports), कंपनी का ROCE (Return on Capital Employed) मात्र ~9 % है और फ्री कैश फ्लो (free cash flow) काफी सीमित (limited) है। इस तरह (thus), निवेशकों को अब “लिस्टिंग गेन मिलें तो निकलिए” (exit after listing gain) सलाह दी जा रही है बजाय जल्दी घुसने (enter quickly) के।
सब्सक्रिप्शन व डिमांड ने क्या दिखाया?
उनके डाटा (data) अनुसार (as per data), इस आईपीओ को कुल लगभग 28.26 गुना (times) सब्सक्रिप्शन मिला था। रिटेल निवेशकों (retail investors) ने 7.5 × तक सब्सक्रिप्शन भरा, जबकि नॉन-इंस्टीट्यूशनल (NII) ~18.2 × और QIBs ~40.35 × तक गए। इसके बावजूद (despite that) सब्सक्रिप्शन मजबूत होने के बाद भी लिस्टिंग पर तेजी नहीं दिखी।
आगे क्या करें — निवेशकों के लिए सुझाव
इस मामले में (in this case), यह समझना महत्वपूर्ण है कि जब लिस्टिंग पर शुरुआत में गेन (gain) सीमित हो तो जल्दबाज़ी (rush) करना जोखिम (risk) बढ़ा सकती है। इसलिए (therefore), अगर आपने आवेदन (applied) किया था और लिस्टिंग गेन मिला है तो विचार किया जा सकता है कि आप निकास (exit) करें। वहीं (meanwhile), यदि आपने अभी निवेश नहीं किया है तो अब अद्यतन (updated) वित्तीय डेटा व कंपनी के भविष्य की दिशाओं (future directions) को ध्यान से देखना बेहतर होगा।
Finally (अंत में), यह कहना सही होगा कि Lenskart IPO Listing ने निवेशकों को जहां उत्साह (enthusiasm) दिया था, वहीं उनकी सतर्कता (caution) भी बढ़ा दी है। उम्मीदें ऊँची थीं, लेकिन वर्तमान संकेत (signals) बताते हैं कि अब जल्दी निर्णय (quick decision) लेने का समय नहीं है।



