Azam Khan News: सोमवार का दिन उत्तर प्रदेश की राजनीति में बड़ा हलचल (turmoil) लेकर आया जब आजम खान के दो फर्जी पैन केस में रामपुर की एमपी/ एमएलए कोर्ट ने आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम को 7-7 साल की सजा सुनाई। जैसे ही फैसला आया, तुरंत (immediately) दोनों को कोर्ट परिसर से ही हिरासत में ले लिया गया। इसके साथ ही, यह मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया।
कैसे खुला फर्जी पैन कार्ड का मामला?
सबसे पहले (Firstly), यह केस 2019 में तब सामने आया जब भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने आरोप लगाया कि अब्दुल्ला ने चुनाव लड़ने के लिए दो अलग-अलग जन्म प्रमाण पत्र (birth certificates) और दो पैन कार्ड (PAN Cards) बनवाए।
इसके बाद (Afterwards), जांच में सामने आया कि असली जन्मतिथि 1993 थी, लेकिन चुनाव लड़ने के लिए 1990 का जन्म वर्ष दिखाकर दूसरा पैन कार्ड तैयार कराया गया। इसी वजह से अदालत ने दस्तावेजी सबूतों के आधार पर दोनों को दोषी ठहराया। यहां एक बार फिर आजम खान के दो फर्जी पैन केस (Azam Khan News) चर्चा में आ गया।
SP leader Azam Khan taken into Custody.
Azam Khan and his son, Abdullah Azam, have been convicted in two PAN card cases. He has been taken into custody after the court found them guilty.
JAIL OF 7 YEARS….THIS IS HOW I WANT JUDICIARY TO WORK .. pic.twitter.com/nYx3vmEhod— Beyond society 🇮🇳🇺🇸 (@bana_devsa7) November 17, 2025
सजा का असर और अगला कदम
इसके अलावा (Moreover), कोर्ट ने दोनों पर 50-50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया और सजा 5 साल से अधिक होने की वजह से जमानत की राह मुश्किल हो गई। इस फैसले के बाद राजनीतिक माहौल और भी गर्म हो गया है। वहीं, कानूनी टीम अब हाईकोर्ट में अपील की तैयारी कर रही है। इसी दौरान आजम खान के दो फर्जी पैन केस (Azam Khan News) राजनीतिक बहस का नया केंद्र बन गया है।
Finally (अंत में), यह फैसला न सिर्फ आजम खान की राजनीति बल्कि आगामी चुनावी समीकरणों को भी गहराई से प्रभावित करता दिख रहा है।
