SIA Kashmir Raid : जम्मू में गुरुवार सुबह के दौरान स्टेट इंवेस्टिगेटिंग एजेंसी (SIA) ने कश्मीर टाइम्स के ऑफिस पर अचानक छापेमारी की। इसी दौरान (Meanwhile) टीम ने दफ्तर से हथियारों का जखीरा बरामद किया, जिसमें AK-47 की गोलियां (Bullets), पिस्टल (Pistol) और ग्रेनेड का लिवर (Grenade Lever) शामिल है। एजेंसी के मुताबिक छापेमारी राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों (Anti-national Activities) और आतंकी विचारधारा (Terror Ideology) के समर्थन की जांच के तहत की गई।
ऑफिस से मिला हथियारों का जखीरा
सबसे पहले (To begin with), टीम सुबह करीब छह बजे ऑफिस पहुंची और परिसर को तुरंत सील किया। इसके बाद (After that) तलाशी का दायरा बढ़ाया गया और बंद कमरों की जांच की गई। इसी बीच (In the meantime) AK-47 की गोलियां और पिस्टल एक ड्रॉअर से मिलीं, जबकि ग्रेनेड का लिवर एक कैबिनेट में छिपाकर रखा गया था।
वहीं (However), टीम इस बात से हैरान रही कि इतनी संवेदनशील सामग्री एक मीडिया ऑफिस तक कैसे पहुंची। इस पर एजेंसी अब कई कोणों से जांच कर रही है। इसी वजह से (Therefore) ऑफिस से कई दस्तावेज (Documents), हार्ड डिस्क (Hard Disks) और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस कब्जे में लिए गए हैं।
कश्मीर टाइम्स की मौजूदा स्थिति
ध्यान देने वाली बात यह है कि (Notably) वरिष्ठ पत्रकार वेद भसीन द्वारा स्थापित कश्मीर टाइम्स ने कुछ समय पहले जम्मू से प्रिंट पब्लिकेशन बंद किया था। अब यह अखबार मुख्य रूप से ऑनलाइन (Online) संचालित होता है। वेद भसीन के निधन के बाद उनकी बेटी अनुराधा भसीन और उनके पति प्रबोध जामवाल ने जिम्मेदारी संभाली थी, लेकिन दोनों कुछ सालों से अमेरिका में रह रहे हैं।
इसी कारण (Consequently), ऑफिस लंबे समय से कम स्टाफ (Limited Staff) के साथ चल रहा था। इसलिए जब SIA Kashmir Raid में अचानक हथियार मिले, तो पूरे मीडिया जगत में हलचल मच गई।
पहले FIR, अब SIA की रेड
इससे पहले (Earlier), कश्मीर टाइम्स के खिलाफ कुछ दिन पहले ही FIR दर्ज हुई थी, जिस मामले की जांच अभी चल रही है। तभी (At that moment) SIA ने आज सुबह मैनेजर संजीव केरनी को घर से बुलाकर ऑफिस खुलवाया और तलाशी शुरू की।
इसके अलावा (Additionally), पिछले दिनों दिल्ली में 10 नवंबर के बाद हुए ब्लास्ट के बाद जम्मू समेत कई शहरों में छापेमारी चल रही है। पुलिस अब तक कई संदिग्धों को हिरासत में ले चुकी है। इसी दौरान (Meanwhile) जांच में फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी के लिंक मिले, जहां डॉक्टर उमर, डॉ आदिल, डॉ मुजम्मिल और डॉ शाहीन के कनेक्शन सामने आए थे।
इन सभी पहलुओं को देखते हुए (Considering this), पुलिस और SIA दोनों अपनी कार्रवाई को और तेज कर चुकी हैं।
अंत में (Finally): जांच और तेज होगी
अंत में (Finally), SIA अधिकारियों ने कहा कि हथियारों को फॉरेंसिक जांच (Forensic Test) के लिए भेजा गया है और रिपोर्ट के बाद अगला कदम तय होगा। साथ ही (Additionally), एजेंसी आने वाले दिनों में कुछ और लोकेशंस पर भी छापेमारी कर सकती है। फिलहाल पूरा मामला बेहद संवेदनशील माना जा रहा है और सुरक्षा एजेंसियाँ इसे हाई-अलर्ट केस की तरह आगे बढ़ा रही हैं।

