आज के समय में बाल झड़ना बहुत आम हो गया है, लेकिन कई बार इसके पीछे सिर्फ साधारण हेयर फॉल नहीं, बल्कि कुछ गंभीर बीमारियां छिपी हो सकती हैं। इसी वजह से (Therefore), लोगों को इस समस्या को हल्के में नहीं लेना चाहिए। शुरुआत में (To begin with), आपको जानना जरूरी है कि बाल झड़ने की वजहें (Hair Loss Causes) उन रोगों से भी जुड़ सकता है, जिनके बारे में लोग अक्सर अंदाज़ा भी नहीं लगा पाते। खासकर बच्चों और युवाओं में अगर बाल गुच्छों में झड़ने लगें, तो यह एक चेतावनी हो सकती है।
1. थायरॉयड की समस्या (Thyroid Issue)
सबसे पहले (Firstly), थायरॉयड की बीमारी—चाहे हाइपोथायरॉयड हो या हाइपरथायरॉयड—दोनों में हेयर ग्रोथ साइकिल बिगड़ जाती है। थायरॉयड हार्मोन शरीर के मेटाबॉलिज्म (Metabolism) को नियंत्रित करता है। जब यह असंतुलित हो जाता है (However), तो बाल पतले और कमजोर होने लगते हैं। इसके साथ-साथ (Additionally), थकान, वजन में बदलाव, त्वचा का रूखापन और मूड स्विंग भी महसूस हो सकते हैं।
यही कारण है कि कई मामलों में बाल झड़ने की वजहें (Hair Loss Causes) थायरॉयड के बिगाड़ से भी जुड़ा होता है।
2. एलोपेशिया एरिएटा (Alopecia Areata)
इसके बाद (Next), यह एक ऑटोइम्यून बीमारी होती है, जिसमें शरीर की इम्यून सिस्टम बालों की जड़ों पर हमला करती है। नतीजा यह होता है (Consequently), कि अचानक गोल-गोल पैच में बाल झड़ने लगते हैं। यह सिर्फ सिर ही नहीं, बल्कि दाढ़ी, भौहों और अन्य जगहों पर भी असर डाल सकता है।
अगर आपको छोटे-छोटे गंजे पैच बनते दिखें, तो इसे बिल्कुल नजरअंदाज न करें (Instead), तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
3. पीसीओएस (PCOS)
दूसरी ओर (On the other hand), महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन की समस्या यानी PCOS भी तेजी से बाल झड़ने का कारण बन रहा है। इसमें एंड्रोजन (Androgen) हार्मोन बढ़ जाता है। इसके चलते (As a result), सिर के बाल पतले होने लगते हैं, जबकि चेहरे या शरीर पर बाल बढ़ सकते हैं।
साथ ही (Moreover), पीरियड अनियमित होना, पिंपल्स और वजन बढ़ना जैसे लक्षण भी देखे जा सकते हैं।
4. आयरन की कमी (Iron Deficiency)
इसके अलावा (Furthermore), आयरन शरीर के लिए बेहद जरूरी है क्योंकि यह हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) तैयार करता है, जो बालों तक पर्याप्त ऑक्सीजन पहुंचाता है। जब आयरन कम होता है, तो जड़ों को पोषण नहीं मिल पाता और बाल झड़ने लगते हैं।
इस दौरान (Meanwhile), शरीर में पीली त्वचा, चक्कर, थकान, सांस फूलना और नाखून कमजोर होना जैसे संकेत मिल सकते हैं।
5. डायबिटीज (Diabetes)
लंबे समय तक शुगर का बढ़ा हुआ स्तर शरीर की रक्त वाहिकाओं को कमजोर कर देता है। इसके कारण (Consequently), खून और पोषण बालों की जड़ों तक नहीं पहुंच पाते और बाल झड़ने लगते हैं।
इसके साथ-साथ (Additionally), पेशाब बार-बार आना, ज्यादा प्यास लगना, घाव देर से भरना जैसी समस्याएं भी दिख सकती हैं। यह भी कई मामलों में बाल झड़ने की वजहें (Hair Loss Causes) के प्रमुख कारणों में से एक है।
6. ल्यूपस (Lupus)
अंत में (Finally), ल्यूपस एक गंभीर ऑटोइम्यून रोग है, जिसमें शरीर के कई हिस्सों में सूजन होती है। जब सूजन सिर की त्वचा तक पहुंचती है, तो बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं। इसके कारण बाल पैच-पैच में झड़ने लगते हैं और धीरे-धीरे पतले हो जाते हैं।
इसमें लगातार टूटते बाल, रूखे बाल, और पैची हेयर लॉस आम संकेत हैं।
Conclusion (संक्षेप में)
अंत में (Finally), यह समझना बहुत ज़रूरी है कि बाल झड़ने की वजहें सिर्फ आम हेयर फॉल तक सीमित नहीं होतीं। इसके पीछे थायरॉयड (Thyroid Disorder), पीसीओएस (PCOS), आयरन की कमी (Iron Deficiency), डायबिटीज (Diabetes) और ऑटोइम्यून रोग (Autoimmune Disease) जैसे कई गंभीर कारण छिपे हो सकते हैं। इसलिए (Therefore), अगर बाल लगातार तेज़ी से गिर रहे हों या पैचेज़ में झड़ रहे हों, तो इसे हल्के में न लेकर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना ही सबसे सुरक्षित और सही कदम है।



