Tata Motors Share Price: शेयर मार्केट में आज फिर भारी गिरावट देखने को मिली है। दरअसल (in fact) शुक्रवार के बाद सोमवार को भी शेयर शुरुआत में 6% टूटकर 363 रुपये के लो पर पहुंच गया। हालांकि (however) थोड़ी देर में शेयर संभला और 10 बजे तक 4.62% की गिरावट (fall) के साथ 373 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। इसके अलावा (furthermore) सोमवार यानी 17 नवंबर को शुरुआती कारोबार में यह शेयर 7% से ज्यादा टूट गया। जबकि (meanwhile) कंपनी का शुद्ध लाभ साल-दर-साल (YoY) 2,110% बढ़ा है, फिर भी Tata Motors Share Price में गिरावट क्यों आ रही है—आइए जानें।
जगुआर लैंड रोवर का कमजोर प्रदर्शन (major reason)
सबसे पहले (to begin with) मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि शेयर की गिरावट की सबसे बड़ी वजह JLR यानी जगुआर लैंड रोवर का कमजोर प्रदर्शन है। TMPV ने FY26 की दूसरी तिमाही के कमजोर नतीजों की घोषणा की, जिसकी वजह से टाटा मोटर्स शेयर प्राइस (Tata Motors Share Price) दबाव में आ गया।
इसके अलावा (moreover) साइबर अटैक (cyber attack) के कारण JLR को भारी नुकसान हुआ है। कंपनी ने पूरे साल के मार्जिन गाइडेंस (margin guidance) में कटौती की है, क्योंकि उम्मीद से ज्यादा प्रोडक्शन लॉस हुआ। इसलिए (therefore) निवेशकों का भरोसा थोड़ा कमजोर पड़ा और शेयर लुढ़कता गया।
ब्रोकरेज रिपोर्ट क्या कहती हैं? (brokerage view)
Jefferies: Underperform | Target ₹300
Jefferies का मानना है कि साइबर अटैक का असर Q3 तक देखने को मिलेगा। इसके अलावा (furthermore) ब्रोकरेज ने JLR के सामने कई स्ट्रक्चरल चुनौतियाँ (structural challenges) बताईं—जैसे कड़ी प्रतिस्पर्धा (tough competition), चीन में consumption tax, भारी डिस्काउंटिंग और BEV ट्रांजिशन का दबाव। इसके विपरीत (on the contrary) भारत का PV सेगमेंट मजबूत है लेकिन JLR की कमजोरी इसकी भरपाई नहीं कर पा रही।
Goldman Sachs: Neutral | Target ₹365
Goldman Sachs ने Q2 के कमजोर प्रदर्शन की सबसे बड़ी वजह JLR में उम्मीद से ज्यादा बड़ा व्यवधान (disruption) बताया। इसके अलावा (additionally) JLR का EBITDA अनुमान से काफी कम रहा। कंपनी अब Q3 में 30,000 यूनिट के प्रोडक्शन लॉस की उम्मीद कर रही है—जो Q2 के 20,000 यूनिट से ज्यादा है।
CLSA: Outperform | Target ₹450
CLSA ने भी JLR की मार्जिन गिरावट (margin drop) पर जोर दिया, जिसमें EBIT मार्जिन -8.6% रहा जबकि -2% की उम्मीद थी। यह गिरावट सितंबर में प्रोडक्शन लॉस की वजह से आई। हालांकि (however) अक्टूबर में 17,000 यूनिट का उत्पादन हुआ, जो हल्की रिकवरी को दर्शाता है।
इसके बावजूद (yet) CLSA भारत के PV बिजनेस को लेकर पॉजिटिव है—खासकर छोटे और मिड SUV सेगमेंट में संभावित GST कटौती (GST reduction) के चलते। लेकिन (but) JLR का FY26 के लिए 0–2% का कम EBIT गाइडेंस चिंता बढ़ाता है।
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अंत में (Finally)
टाटा मोटर्स शेयर प्राइस (Tata Motors Share Price) में तेज गिरावट मुख्य रूप से JLR के कमजोर प्रदर्शन, साइबर अटैक और प्रोडक्शन लॉस के कारण है। इसके अलावा (furthermore) ब्रोकरेज हाउस भी JLR के आगे कठिन रास्ते की ओर इशारा कर रहे हैं। इसलिए (therefore) शेयर पर दबाव बनना स्वाभाविक है। अंत में (finally) यह कहा जा सकता है कि भारत की PV ग्रोथ मजबूत है, लेकिन JLR की चुनौतियाँ अभी भी कंपनी की कुल वित्तीय स्थिति को प्रभावित कर रही हैं।


