नई दिल्ली: बॉलीवुड के मशहूर एक्टर गोविंदा और उनकी पत्नी सुनीता आहूजा की पर्सनल लाइफ फिर से चर्चा में है। कुछ समय पहले दोनों के तलाक की अफवाहें उड़ी थीं, जिन्हें कपल ने निराधार बताया था। अब सुनीता ने अपने नए यूट्यूब व्लॉग में उन अफवाहों और पति-परिवार के कथित रवैये पर प्रतिक्रिया दी है और खुलकर अपनी बात रखी है।
सुनीता का खुला बयान — व्लॉग में कही ये बातें
हाल ही में अपने यूट्यूब चैनल पर प्रकाशित व्लॉग में सुनीता ने कहा कि यदि कभी उन्हें पति के किसी अफेयर के ठोस प्रमाण मिलेंगे तो वे स्वयं मीडिया के समक्ष उस पर खुलकर बात करेंगी। उन्होंने कहा कि कुछ लोग उन्हें और गोविंदा के रिश्ते को स्वीकार नहीं करते और उनके परिवार के भीतर भी ऐसे मत मौजूद हैं। सुनीता ने अपनी भावनाओं का इज़हार करते हुए कहा, “जो इंसान एक अच्छी औरत को दुख देगा, वो कभी खुश नहीं रह पाएगा।”
पारिवारिक तनाव और सुनीता की नाराज़गी
व्लॉग में सुनीता ने यह भी कहा कि गोविंदा के आसपास का सर्कल हमेशा सकारात्मक नहीं रहा और कुछ परिचितों-रिश्तेदारों का रवैया उनके लिए कठिनाइयाँ खड़ी कर देता है। उन्होंने बताया कि पिछले पंद्रह वर्षों से वे और गोविंदा की पारिवारिक स्थिति और व्यवहार को लेकर सजग रही हैं। सुनीता ने यह भी कहा कि वह अपने बच्चों और घर के लिए मजबूती से खड़ी हैं और अगर उन्हें कभी असल सबूत मिलेंगे तो वे आगे काम करेंगे।
‘शुगर-डैडी’ टिप्पणियों पर तीखा रुख़
अपने व्लॉग में सुनीता ने फिल्म इंडस्ट्री में युवा अभिनेत्रियों और उनके रिश्ता-रुख के बारे में भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि आजकल कुछ महिलाओं के बीच शुगर-डैडी संबंधों की प्रवृत्ति पाई जाती है। यह बयान विवादास्पद हो सकता है, इसलिए इसे सुनीता के व्यक्तिगत विचार के रूप में ही पढ़ा जाना चाहिए — उन्होंने कहा कि यदि उन्हें ठोस प्रमाण मिलेंगे तो वे कार्रवाई करेंगी।
क्या पहले भी उड़ चुकी हैं तलाक की अफवाहें?
यह पहला मौका नहीं जब गोविंदा-सुनीता की शादी से जुड़ी खबरें मीडिया में आई हैं। दंपति ने पहले भी ऐसी अफवाहों को नकारा है और सार्वजनिक रूप से अपनी वैवाहिक स्थिति को मजबूत बताया है। इस बार सुनीता के बयान ने फिर से चर्चा को हवा दे दी है, लेकिन किसी भी आरोप को सबूत के बिना सत्य नहीं माना जाना चाहिए।
निष्कर्ष
सुनीता आहूजा का व्लॉग व्यक्तिगत अनुभूतियों और स्पष्ट नाराज़गी का मिश्रण दिखाता है। उन्होंने किसी निष्कर्षतः आरोप नहीं लगाए बल्कि संकेत दिए हैं कि यदि उन्हें वास्तविक प्रमाण मिलेंगे तो वे सार्वजनिक रूप से बात करेंगी। फिलहाल यह मामला निजी है और आगे की पुष्टि-पुष्टि के लिए समर्थ स्रोतों की जानकारियों का इंतज़ार करना सही रहेगा।