Solar Eclipes 2025: सूर्यग्रहण का असर और इससे जुड़ी दिलचस्प बातें

By
On:

क्या है आंशिक सूर्य ग्रहण ( Solar Eclipes)?

आंशिक सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है लेकिन सूर्य को पूरी तरह से ढक नहीं पाता। आंशिक ग्रहण में, सूर्य एक घुमावदार आकार में दिखाई देता है या उसका कोई भाग “गायब” होता है। पूर्ण सूर्य ग्रहण के विपरीत, जहाँ चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह से ढक लेता है, इस प्रकार का ग्रहण पूर्ण अंधकार पैदा नहीं करता है। यह ग्रहण एक बड़े खगोलीय घटना के हिस्से के रूप में घटित होता है, जिसे “लूनर टेट्राड” कहते हैं, जो 13-14 मार्च 2025 को होने वाले पूर्ण चंद्र ग्रहण से जुड़ा हुआ है

आंशिक सूर्य ग्रहण लगने का समय

आरंभ: लगभग 14:20 IST (08:50 UTC)।
उत्तम: लगभग 16:16 IST (10:46 UTC), जब सूर्य का अधिकतम हिस्सा ढका जाएगा।
समाप्ति: लगभग 18:13 IST (12:43 UTC)।
अवधि: पूरी घटना का समय लगभग 3 घंटे 53 मिनट का है।
मात्रा: ग्रहण के अधिकतम समय में, लगभग 93.7% सूर्य का हिस्सा ढक जाएगा।

कहां-कहां दिखाई देगा?

यह ग्रहण उत्तरी अमेरिका (विशेष रूप से कनाडा, ग्रीनलैंड, और अमेरिका के कुछ हिस्से), उत्तरी और पश्चिमी यूरोप, उत्तरी रूस, पश्चिमी अफ्रीका और आर्कटिक महासागर में दिखाई देगा। भारत में यह ग्रहण दृश्य नहीं होगा क्योंकि यह सूर्य के अस्त होने के बाद, अथवा अस्त होते सूरज के समय घटित होगा।

भारतीय संदर्भ में सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व

हिंदू संस्कृति में सूर्य ग्रहण का गहरा आध्यात्मिक महत्व है। यह चैत्र अमावस्या (हिंदू कैलेंडर के अनुसार नए चाँद का दिन) के साथ मेल खाता है, जिससे इसका धार्मिक महत्व और भी बढ़ जाता है। बहुत से लोग इस दिन उपवासी रहते हैं, ग्रहण के समय खाना नहीं खाते, और ग्रहण के बाद स्नान और मंत्र जाप करते हैं। कुछ मंदिर भी प्रतीकात्मक रूप से बंद कर दिए जाते हैं।

ज्योतिषीय प्रभाव: सूर्य ग्रहण का सभी राशियों पर अलग-अलग असर होगा।

मेष राशि के लोग अपनी सेहत का ध्यान रखें, क्योंकि अचानक कहीं जाने की जरूरत पड़ सकती है। वृषभ राशि वालों के रुके हुए काम पूरे होंगे और करियर में सफलता मिलेगी। मिथुन राशि के लोगों की सेहत बेहतर होगी और उन्हें नए मौके मिल सकते हैं।
कर्क राशि के लोगों को करियर में परेशानी आ सकती है और घर के बुजुर्गों की सेहत बिगड़ सकती है। सिंह राशि के लोग अपनी सेहत और मानसिक शांति का ध्यान रखें और करियर में कोई बड़ा जोखिम न लें। कन्या राशि के जातकों को आर्थिक और पारिवारिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, साथ ही वाहन सावधानी से चलाएं।
तुला राशि वालों की पुरानी परेशानियां खत्म होंगी और सेहत में सुधार होगा। वृश्चिक राशि के लोगों का कोई जरूरी काम अटक सकता है और करियर में मुश्किलें आ सकती हैं। धनु राशि वालों के करियर में थोड़ी परेशानी हो सकती है और उन्हें कहीं और जाने का मौका मिल सकता है।
मकर राशि के लोगों की सेहत और मानसिक स्थिति में सुधार होगा, साथ ही नए काम या करियर की शुरुआत हो सकती है। कुंभ राशि के लोगों को सेहत और पारिवारिक समस्याएं परेशान कर सकती हैं। मीन राशि वालों के दांपत्य जीवन में परेशानी आ सकती है, उन्हें दुर्घटनाओं और झगड़ों से बचना चाहिए।

आंशिक सूर्य ग्रहण होने का वैज्ञानिक कारण

आंशिक सूर्य ग्रहण तब होता है जब चाँद पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है, लेकिन सूर्य के ठीक मध्य से नहीं गुजरता, जिससे सूर्य के केवल बाहरी छायाच्छादन (पेनम्ब्रा) का प्रभाव पृथ्वी पर पड़ता है।

अगला ग्रहण सूर्य ग्रहण कब होगा?

2025 का यह पहला सूर्य ग्रहण है। इसके बाद 21-22 सितंबर 2025 को एक पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा। यह घटना सारोस चक्र 149 का हिस्सा है।

देखे जाने की सुरक्षा और सावधानियाँ

आंशिक सूर्य ग्रहण को बिना उचित सुरक्षा के देखना अत्यधिक खतरनाक है। इसके लिए ISO प्रमाणित सौर चश्मे, पिनहोल प्रक्षिप्त या वेल्डर का काच (शेड 14) का उपयोग करना चाहिए।

आंशिक सूर्य ग्रहण के कुछ रोचक फैक्ट्स

– यह ग्रहण 2025 में उत्तरी गोलार्ध के वसंत ऋतु में होने वाला पहला सूर्य ग्रहण है।
– ग्रीनलैंड और आर्कटिक सर्कल में सूर्य का अधिकतम भाग ढका जाएगा, जिससे वहाँ सूर्य एक पतली शेप में दिखाई देगा।

Suman

Suman, BH24 News की डिजिटल टीम के साथ बतौर रिपोर्टर जुड़ी हुईं हैं. BH24 News द्वारा दी गई सूचनाएँ केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य के लिए हैं। हम किसी भी जानकारी की सटीकता, पूर्णता या समय पर होने की गारंटी नहीं देते। किसी भी निर्णय लेने से पहले कृपया स्वयं सत्यापन करें और आवश्यकतानुसार विशेषज्ञ सलाह लें। BH24 News के माध्यम से प्रदान की गई जानकारी के उपयोग से उत्पन्न होने वाली किसी भी प्रकार की हानि के लिए हम उत्तरदायी नहीं होंगे। Thank You...

For Feedback - contact@bh24news.com

Leave a Comment