रूस-यूक्रेन संघर्ष शुरू होने के बाद Putin India visit को सबसे महत्वपूर्ण कूटनीतिक घटना माना जा रहा है। क्योंकि (Because) यह दौरा भारत-रूस संबंधों में नई ऊर्जा लाने वाला है। साथ ही (Moreover) ये मुलाकात ऐसे समय हो रही है जब वैश्विक समीकरण तेजी से बदल रहे हैं।
1. व्यापार में नई रफ्तार
सबसे पहले (To begin with) रूस पश्चिमी प्रतिबंधों से जूझ रहा है और भारत उसका सबसे बड़ा भरोसेमंद व्यापारिक साझेदार बन गया है। हालांकि (However) अमेरिका द्वारा लगाए गए भारी टैरिफ की वजह से भारत पर दबाव मौजूद है, फिर भी भारत-रूस व्यापार लगातार बढ़ रहा है।
इसके अलावा (Additionally) पुतिन इस यात्रा में दोनों देशों का व्यापार अगले पाँच साल में 100 अरब डॉलर तक ले जाने पर फोकस करेंगे। रूस पहले ही कह चुका है कि कुछ देश इस रिश्ते में रुकावट डालना चाहते हैं, लेकिन भारत-रूस इसे और मजबूत करते रहेंगे।
2. रुपये-रूबल में व्यापार का नया सिस्टम
दूसरी तरफ (On the other hand) रूस चाहता है कि दोनों देशों के व्यापार में डॉलर का इस्तेमाल कम हो। इसलिए (Therefore) रुपये-रूबल में लेन-देन का एक नया तंत्र तैयार किया जा रहा है।
पुतिन ने भारत दौरे से पहले संकेत दिया कि वे भारत से आयात बढ़ाने को तैयार हैं। साथ ही (Moreover) वे नई दिल्ली में होने वाले बिजनेस फोरम में भी शामिल होंगे, जहां तकनीक, निवेश और संयुक्त प्रोजेक्ट्स पर चर्चा होगी।
इस बातचीत से Putin visits India दोनों देशों के आर्थिक रिश्तों को एक नया आधार देगा।
3. भारत के लिए तेल सबसे अहम मुद्दा
इसके बाद (After that) भारत के लिए रूस से तेल खरीद सबसे महत्वपूर्ण विषय है। अमेरिका द्वारा लगाए गए अतिरिक्त शुल्क ने भारत की लागत बढ़ा दी है। इसलिए (Thus) भारत चाहेगा कि दोनों देश तेल मामले में स्थायी समाधान खोजें।
साथ ही (Furthermore) रूसी तेल कंपनियों के शीर्ष अधिकारी भी पुतिन के साथ भारत आए हैं, जिससे संकेत मिलता है कि तेल पर बड़ी बातचीत तय है। इसके अलावा (In addition) भारत सखालिन-1 में ONGC Videsh के लिए अधिक हिस्सेदारी की मांग भी रख सकता है।
इस रणनीतिक बातचीत के चलते Putin India visit ऊर्जा साझेदारी को नए स्तर पर ले जाने वाला है।
निष्कर्ष
अंत में (In conclusion) पुतिन का यह भारत दौरा कूटनीति, रक्षा, व्यापार और ऊर्जा—हर क्षेत्र में बेहद महत्वपूर्ण है। क्योंकि (Because) यह मुलाकात दोनों देशों के बीच सहयोग को और मजबूत करेगी और आने वाले वर्षों के लिए एक नई दिशा तय करेगी।


