Manipulators Under Mask: क्या आपने खुद को ऐसे लोगों के बीच में फंसा रखा है जिनकी मौजूदगी में आपको अपनी अहमियत पर संदेह होता हो। और इसमें आपकी गलती नहीं है। क्योंकि ऐसा आपको महसूस करवाया जाता है। डार्क साइकोलॉजी की मदद से। लेकिन आप डार्क साइकोलॉजी जानकर उनका चेहरा साफ़-साफ़ देख सकते हैं। मैनिपुलेटर इस किसी के भी सगे नहीं होते हैं वह केवल अपनी जरूरतों को पूरा करते हैं। शुरुआत में मैनिपुलेशन इस तरीके से होती है कि वे लोग आपको आपके भले दिखाई देते हैं। लेकिन इनका पता लगाना इतना मुश्किल भी नहीं है।
इस पोस्ट में ऐसे ही कुछ साफ दिखने वाले इशारों का जिक्र है।
जिससे आप उन मैनिपुलेटिव ओर कंट्रोलिंग लोगों के छिपे चेहरों को पहचान पाएंगे।
किसी भी बात में, अपनी बात ले आना
मैनिपुलेट करने वाले लोगों को बातें बनाने में महारत हासिल होती है। उन्हें आकर्षण का केंद्र बनने का बहुत शौक होता है। उनकी हर बात अपने ऊपर शुरू होकर वहीं ख़त्म हो जाती है। कुछ खास तरह के लोगों के बीच में आपको ऐसा महसूस होता होगा कि आपकी बात सुनी ही नहीं जा रही है। या आपको दबाया जा रहा है। तब आपको समझ जाना चाहिए कि उनका नेचर की मैनिपुलेटिव और कंट्रोलिंग है। आपके लिए अच्छा होगा कि इन लोगों से दूरी ही बना कर रखें। जहां आपको कद्र महसूस ना हो। उन लोगों से दूरी बनाने में ही भलाई है। दूरी बना लेने के बाद आप मानसिक रूप से काफी हल्का महसूस करेंगे।
आपके अंदर गिल्ट की भावना को बहुत ज्यादा बढ़ा देना
अपनी बातों को घुमा फिरा कर इस तरह से रखना की आपको गिल्ट महसूस हो। बातों को इस तरह से रखना कि आप खुद को एक गुनहगार की तरह देखें। अक्सर इमोशनली ब्लैकमेल या कहें इमोशनल ड्रामा करना। ऐसा करके मैनिपुलेटर आपको धीरे धीरे बिल्कुल खोखला करने की कोशिश होती है। यह दिखाने की कोशिश करते हैं आपके कुछ करने से या अपने लिए खड़े होने से काम खराब हो गया। आपसे ऐसी बातें कहेंगे जिससे आपको लगेगा कि आपने कोई बहुत बड़ी गलती कर दी है।
अगर ऐसा बार-बार होता है तो आपको समझने की जरूरत है कि, गलती आपकी नहीं है गलत वह इंसान है।
आपकी गुप्त बातों को, आपके खिलाफ इस्तेमाल करना।
ऐसे लोग आपके किसी भी सीक्रेट को अपने फायदे के लिए बाहर लाने में जरा भी नहीं हिचकिचाते हैं। वे अक्सर ऐसी किसी बात को आपके खिलाफ एक हथियार की तरह इस्तेमाल करते हैं। हेल्दी रिलेशनशिप में अपने सीक्रेट्स बताने से नींव मजबूत होती है जबकि किसी मैनिपुलेटर को आपकी जिंदगी से जुड़ी कोई जरूरी बात पता चल जाए तो वह उसे आपके खिलाफ ही इस्तेमाल करेगा। इसलिए आपको यह समझना बेहद जरूरी है। आप ही खुद से जुड़ी कोई खास बात ऐसे ही सभी को ना बताएं।
खुद को बेचारा दिखाना
ऐसे लोगों में खासकर ये बात तो देखने को मिल ही है। अक्सर मैनिपुलेटर्स खुद को इस तरह से दिखाने की कोशिश करते हैं जैसे सबने उनके साथ ही गलत किया है और वो सबके बीच में अब तक पिसते हुए आए हों। जब आप किसी को परखने की कोशिश करेंगे तब आपको खुद पता चल जाएगा। वे ऐसा इसलिए करते हैं जिससे उन पर विश्वास हो सके। उनका पता इस बात से भी लगा सकते हैं – इस तरह के लोग हमेशा आपको यह कहते हुए मिलेंगे कि उनके साथ बहुत बुरा हुआ उन्हें धोखा मिला उनके साथ किस तरीके से गलत किया गया। इसे और भी बड़ा चढ़ा कर बताना। ताकि वे आपका विश्वास जीत सके। इस तरह के ओवर ड्रैमेटिक लोगों का ड्रामा पकड़ना आपका काम है।
आपकी बनाई बाउंड्रीज को ना मानना।
ऐसे लोग हर वक्त ही अपना कंट्रोलिंग नेचर नहीं छोड़ते। ऐसे में भी आपके पर्सनल स्पेस में भी घुसने की कोशिश करेंगे। आपकी बनाई बाउंड्रीज को तोड़कर वह अपनी चलाने की कोशिश करेंगे। यह सब होता है आपको अनकंफरटेबल सिचुएशन में डालने के लिए। आपके साथ भी ऐसा होता है तो आपको इसे बर्दास्त बिल्कुल नहीं करना चाहिए। यह कोई छोटी-मोटी बात नहीं है बल्कि लम्बे समय तक ऐसा होने पर आप मानसिक रूप।से थका हुआ महसूस करेंगे। जो सच में आपके दोस्त होंगे वह आपकी बनाई हुई है बाउंड्री को भी मानेंगे।
हर वक्त आपकी कमियां निकालना
ऐसे लोग लगातार आपको क्रिटिसाइज करते हुए मिलेंगे। वे लगातार आपको यह कहते हुए मिलेंगे कि तुम्हें यह नहीं यह कहना चाहिए था। तुम्हें यह तो आता ही नहीं है। आपको ऐसी चीज बोलना जिससे आपका सेल्फ कॉन्फिडेंस बिल्कुल गिर पड़े। अगर ऐसा लगातार होता रहे, तो इंसान का खुद पर से ही भरोसा उठ जाता है। ऐसे में आपको हम हैं रहते इन लोगों के असली चेहरे को देखना चाहिए।
ऐसे लोग लगातार आपसे, अलग-अलग तरह से बर्ताव करेंगे।
तथा के लोग कभी तो आपसे बेहद अच्छे से पेश आएंगे की आपको लगे कि इसे अच्छा दोस्त तो आपका कोई है ही नहीं। अगले ही पल कुछ अलग तरीके से महसूस करेंगे। फ़िर कुछ अलग। फिर कुछ अलग। और ये ऐसे ही होता रहेगा। यक़ीन मानें इन अनप्रिडिक्टेबल लोगों की आपको कोई ज़रूरत नहीं है।
ख़ुद पर से ही भरोसा उठ जाना
कोई इंसान इस स्थिति तक पहुंच जाए मतलब वह मैनिपुलेशन का हद से ज्यादा शिकार हुआ है। इस लेवल तक पहुंच जाना काफी खतरनाक है। इसलिए पहले ही ऐसे लोगों को अपनी जिंदगी से बाहर निकाल फेंक दें। जब मैनिपुलेशन और कंट्रोल हद से ज्यादा बढ़ जाता है। तब इंसान खुद पर ही डाउट करने लगता है। जहां वो खुद पर ही सवाल करने लगते हैं कि क्या यह सच में हुआ था। मैनिपुलेशन के विक्टम पर इस कदर कंट्रोल किया गया होता है कि वो अपनी फीलिंग्स को या किसी भी बात को एकदम डिसमिस कर देता है। ऐसे में इन खतरनाक लोगों से पहले ही सावधान हो जाए। यह सामान्य सी दिखने वाली चीज आगे चलकर काफी भयावह रूप ले सकते हैं।
इस पोस्ट में हमने कंट्रोलिंग और मैनिपुलेटिव लोगों की बात की है। जो केवल अपने फायदे के आपका इस्तेमाल करते हैं लेकिन आपको पता नहीं है। इसे पहचानना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि जब ये मैनिपुलेशन और कंट्रोल हद से ज्यादा बढ़ जाए तो ये बहुत खतरनाक हो सकता है.
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