Jammu and Kashmir Assembly Election: जम्मू कश्मीर में 370 धारा हटने के बाद पहला विधानसभा चुनाव है इस चुनाव को तीन चरणों में कराया जाएगा इसकी मतगणना 4 अक्टूबर को होगी:
गठबंधन के ऐलान के बाद ही नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस के दोनों दलों के नेताओं ने बगावती तेवर अपना लिया है खबरों की माने तो टिकट न मिलने पर नेशनल कांफ्रेंस के कई नेता पार्टी के नेतृत्व के खिलाफ बगावत पर उतर आए हैं.
जम्मू कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनाव के नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस के बीच गुरुवार को चुनाव पूर्व गठबंधन का ऐलान हुआ इसकी घोषणा खुद नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने किया और कहा कि राज्य की सभी 90 सीट पर कांग्रेस के साथ गठबंधन को अंतिम रूप दे दिया गया है या ऐलान आप दोनों दलों के गले की फांस बनता हुआ दिखाई दे रहा है.
नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस दोनों दलों के नेताओं में बगावती तेवर अपना लिया है:
टिकट न मिलने पर नेशनल कांफ्रेंस के कई नेताओं ने बगावती तेवर अपना लिया है बनिहाल और चिनाब घाटी के कुछ हिस्सों में नेताओं के अंदर असंतोष की लार से नेशनल कांफ्रेंस चिंतित है.
नेताओं को एकजुट रखना बन रहा चुनौती
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस भी इसी तरह के संकट से जूझ रही है लेकिन अब यह स्थिति को नियंत्रण में रखने में कामयाब रही है हालांकि नेशनल कांफ्रेंस के लिए अपने दल को एग्जिट रखना बड़ी चुनौती है और इस पर फिलहाल वह काबू करने की कोशिश में है नेशनल कांफ्रेंस ऑफ कांग्रेस के सिर्फ नेतृत्व में राज्य में 60 से 30 सीटों के बंटवारे के फार्मूले को अंतिम रूप दिया है लेकिन गठबंधन के तौर तरीकों से ज्यादा आंतरिक असंतोष बड़ा सिर दर्द साबित हो रहा है इसे लेकर श्रीनगर में कांग्रेस के सिर्फ नेता नेतृत्व की बैठक चल रही है कांग्रेस हाई कमान से मंजूरी मिलने के बाद बैठक के लिए उम्मीदवारों की अंतिम सूची नेशनल कांफ्रेंस को सौंप जाएगी.
तीन चरणों में होगा मतदान
आपको बता दे कि जम्मू कश्मीर की 90 सदस्य विधानसभा के लिए तीन चरणों के तहत चुनाव 18 सितंबर और 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होगा नतीजा 4 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे राहुल गांधी ने जम्मू में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा गठबंधन हो रहा है और मुझे उम्मीद है कि गठबंधन चाहे जिस भी तरीके से बने हमारे सैनिकों और कार्यकर्ता और कमांडो को उचित सामान मिलेगा.
जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटाने के बाद यह पहला विधानसभा चुनाव है इसके लिए हर एक पार्टी अपनी पूरी ताकत लगा रही है जम्मू और कश्मीर की 90 लोकसभा सीटों के लिए भारतीय जनता पार्टी ने भी अपना पूरा जोर लगाते हुए अपना शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठकों का दौर जारी कर रही है ऐसा माना जा रहा है कि जम्मू में भारतीय जनता पार्टी काफी मजबूत दिखाई दे रही है और कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस कश्मीर में अच्छा करते हुए दिखाई दे सकती है और बात करें मोहब्बत मुफ़्ती की पार्टी की तो ऐसा बताया जा रहा है कि जम्मू कश्मीर में महोबा मुफ्ती की पार्टी कुछ खास करते हुए नजर नहीं आएगी.