How Overload Can Destroy You: हमारे दिल पर घंटों घंटों काम करने का क्या असर पड़ सकता है, इसका एक उदाहरण हाल ही में सामने आया है। जहां एक 33 वर्षीय Executive, जो Work from Home करता था। वह हर रोज़ सुबह 7 बजे से रात 8 बजे तक काम करते थे। साथ में कभी कभी ड्रिंकिंग भी शामिल थी। उन्हे हाल ही में हार्ट अटैक आया फिर बाद में पता चला की उनकी तीनों आर्टरीज़ 90% से ज़्यादा ब्लॉक हो चुकी थीं। फिर जल्द से जल्द उनकी स्टेंटिंग करनी पड़ी।
इसका कारण उनका Irregular lifestyle था। वह रोज़ाना बाहर का खाना खाते, साथ ही बिना ब्रेक लिए लगातार काम करना फिर रात में देर से सोना इस सब का कारण था। इनका उधारण ये बताता है की इस तरह के 70 घंटे के वर्किंग वीक साथ ही लापरवाही से शरीर पर कितना बुरा असर पड़ता है।
LONG WORKING HOURS का दिल पर क्या असर पड़ता है।
ज्यादातर मरीज 20 से 35 साल के होते हैं। वे सभी 12 घंटे के वर्किंग डे, लंबे नाइट शिफ्ट्स, दो घंटे हर दिन की ट्रेवलिंग और इरेगुअलर स्लीप साइकिल से परेशान हैं। इन लोगों की दिनचर्या में शारीरिक गतिविधि लगभग न के बराबर होती है। इससे शरीर लगातार थका हुआ रहता है, जो हृदय की धमनियों को संकुचित कर देता है और ब्लड फ्लो को कम कर देता है। इससे प्लाक बिल्डअप और सूजन तेजी से बढ़ती है।
लाइफस्टाइल में सुधार करना है बहुत जरूरी
लैंसेट की एक स्टडी में दिखाया गया है कि जो लोग हफ़्ते में 55 घंटे से ज्यादा काम करते हैं, उनमें दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा 13% तक बढ़ जाता है। स्ट्रेस को कम करने के लिए स्मोकिंग और अल्कोहल से बचना ज़रूरी है। और रेगुलर एक्सरसाइज करें। बैलेंस्ड डाइट, भरपूर पानी पीएं साथ ही अच्छी नींद लेने की कोशिश करें। और डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन से दवाइयाँ लेना जरूरी है।
ALSO READ THIS: Eating late can be really dangerous?: क्या सच में रात में 8:00 के बाद खाना खाना खतरनाक हो सकता है?