Himani Narwal Murder Case:
शनिवार, 1 मार्च को हरियाणा के रोहतक जिले में सांपला बस अड्डे के पास एक सूटकेस में हिमानी नरवाल का शव मिला। 22 वर्षीय हिमानी रोहतक के विजय नगर की निवासी थीं। राहगीरों ने सूटकेस को देखा और तुरंत पुलिस को सूचना दी। इस घटना के सामने आने के बाद हरियाणा समेत देश के कई राज्यों में राजनीतिक हलचल तेज हो गई।
हरियाणा पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ता हिमानी नरवाल की हत्या के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान सचिन के रूप में हुई है, उसने देर रात को नागलोई थाने में खुद को सरेंडर किया, आरोपी बहादुरगढ़ के नजदीक के गांव का रहने वाला है।
रोहतक में शनिवार को सूटकेस में नरवाल का शव मिलने के बाद, पुलिस ने रविवार को इस हत्याकांड की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया था।
हिमानी नरवाल के परिजनों ने रविवार को उनके शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था। उनका कहना था कि जब तक हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होती, वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।

आरोपी खुद को बता रहा हिमानी का ब्वॉयफ्रेंड
आरोपी ने खुद को हिमानी का ब्वॉयफ्रेंड बताया और उसने हिमानी द्वारा ब्लैकमेल किए जाने का दावा किया है, आरोपी ने कहा कि वह हिमानी को काफी पैसे भी दे चुका था फिर भी वह बार-बार ज्यादा पैसे की डिमांड कर रही थी।
आरोपी के पास से हिमानी का मोबाइल फोन और ज्वेलरी भी बरामद हुआ है। प्रारंभिक पूछताछ में हत्यारे ने कबूल किया है कि हिमानी की हत्या उसके घर पर ही की गई थी। हत्या के बाद शव को सूटकेस में डालकर ले गया था। आरोपी ने बताया कि हिमानी के साथ काफी समय से वह रिलेशनशिप में रह रहा था।
हिमानी की मां ने कहा- मेरी बेटी के लिए पैसे के मायने नहीं
हिमानी की मां ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा, “हमारे पास आरोपी के पकड़े जाने की कोई जानकारी नहीं है। न्यूज में देखा कि एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है। जो व्यक्ति खुद को मेरी बेटी का प्रेमी या दोस्त बता रहा है, अगर वह हमारे घर आता-जाता तो हत्या कैसे कर सकता है? उसने कभी हमें या परिवार के किसी भी सदस्य को अपने और हिमानी के बारे में नहीं बताया।
मेरी बेटी कई सर्किल से जुड़ी थी, लेकिन जो लोग उसे पैसे का ऑफर देते थे, वह उनसे भी कभी पैसे नहीं लेती थी। यहां तक कि उसने अपनी फीस भरने के लिए भी किसी से पैसे नहीं मांगे।” मेरी बेटी के लिए पैसे इतने मायने नहीं रखते थे। उन्होंने कहा कि मुझे तो ये साजिश लग रही है क्योंकि यह बात सरासर झूठ है कि मेरी बेटी पैसे की डिमांड कर रही थी।
2011 में हिमानी के भाई की भी कर दी गई थी हत्या
हिमानी की मां ने बताया, “मेरे बड़े बेटे की 2011 में हत्या कर दी गई थी, लेकिन हमें कभी न्याय नहीं मिला। इसी वजह से मैं अपने दूसरे बेटे की जान बचाने के लिए उसे बीएसएफ कैंप ले गई। चुनाव के बाद हिमानी पार्टी से थोड़ी निराश हो गई थी। वह लंबे समय से कांग्रेस से जुड़ी थी और हाल ही में शादी के लिए भी राजी हो गई थी।”
हिमानी नरवाल के भाई जतिन ने बताया, “करीब दो बजे मां का फोन आया और उन्होंने मुझे तुरंत घर आने के लिए कहा। थाने से फोन आया कि हिमानी नाम की एक महिला का शव मिला है। पुलिस ने मुझे आकर उसकी पहचान करने को कहा। जब मैंने देखा, तो वह मेरी सगी बहन निकली।”