Brics Summit 2024 Russia: ब्रिक्स सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा: नए देशो का स्वागत करने को तैयार!

By
On:
Follow Us

Brics Summit 2024 Russia: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स सम्मेलन में कहा कि भारत भागीदार देशों के रूप में वृक्ष में नए देश का स्वागत करने को तैयार है उन्होंने कहा इस संबंध में सभी निर्णय स्वर्ण संपत्ति से लिए जाने चाहिए और वृक्ष के संस्थापक सदस्यों के विचारों का सम्मान किया जाना चाहिए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा ज्वाइनर्स वर्क शिखर सम्मेलन के दौरान अपनाए गए मार्गदर्शन सिद्धांतों और अमन को मापडंडों और प्रक्रियाओं का सभी सदस्यों और भागीदार देशों द्वारा पालन किया जाना चाहिए।

पांच देशों से हुई थी शुरुआत।

मालूम हो कि ब्रिक्स की शुरुआत में ब्राजील रूस भारत चीन इसके सदस्य थे ब्राजील रूस भारत और चीन के नेताओं की सेंट पीटर्सबर्ग में 2006 में हुई बैठक के बाद एक औपचारिक समूह के रूप में ब्रिक्स की शुरुआत हुई ब्रिक्स को 2010 में दक्षिण अफ्रीका को शामिल करते हुए ब्रिक्स के रूप में विस्तारित करने पर सहमति बनी पिछले साल समूह का विस्तार किया गया जो 2010 के बाद पहली ऐसी कवायत थी।

वृक्ष के नए सदस्यों देश में मिस्र , इथोपिया , ईरान और संयुक्त अरब अमीरात शामिल है इसके अलावा तुर्की , अज़रबैजान और मलेशिया ने औपचारिक रूप से सदस्य बनने के लिए आवेदन किया तथा कई अन्य देशों ने इसमें शामिल होने में रुचि दिखाई है या समूह पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था के एक चौथाई हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है।

संयुक्त राष्ट्र जैसे वैश्विक निकायों में सुधार की वकालत।

प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और अन्य बेसिक निकायों में सुधार की भी वकालत की उन्होंने कहा हमें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद बहुपक्षीय विकास बैंकों और विश्व व्यापार संगठन जैसे वैश्विक संस्थानो मैं सुधारो पर संबंध तरीके से आगे बढ़ना चाहिए मोदी ने कहा जब हम ब्रिक्स में अपने प्रयासों को आगे बढ़ा रहे हैं तो हमें यह सुनिश्चित करने के लिए सतर्क रहना चाहिए कि इस संगठन की छवि ऐसे ही ना बने किया बेसिक संस्थाओं को बदलने की कोशिश कर रहा है बल्कि यह समझा जाए कि यह संगठन उन्हें सुधारने की इच्छा रखता है मोदी ने यह भी तर्क दिया कि ग्लोबल साउथ के देशों की आशाओं आकांक्षाओं और अपेक्षाओं को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए मालूम हो कि ग्लोबल साउथ शब्द 1960 के दशक में चलन में आया यह शब्द आम तौर पर लैटिन अमेरिका एशिया अफ्रीका के क्षेत्र के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

ब्रिक्स दुनिया के लिए प्रेरणा का स्रोत।

प्रधानमंत्री ने ब्रिक्स को ऐसा संगठन बताया जो खुद को बदलने की इच्छा शक्ति रखता है उन्होंने कहा विभिन्न दृष्टिकोण और विचारधाराओं के समागम से बना वृक्ष प्रेरणा का स्रोत है जो सकारात्मक सहयोग को बढ़ावा देता है उन्होंने कहा हमारी विविधता एक दूसरे के प्रति सम्मान और आम समिति के आधार पर आगे बढ़ाने की हमारी परंपरा हमारे सहयोग का आधार है।

पुतिन ने दुनिया के नेताओं की मेजबानी की।

बुधवार को रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अन्य देशों के नेताओं की मेजबानी की वृक्ष शिखर सम्मेलन को रूस द्वारा पश्चिमी देशों की ताकत को चुनौती देने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है पुतिन ने बैठक की शुरुआत में अपने एजेंट के रूप में वित्त क्षेत्र में सहयोग के बढ़ते दायरे का जिक्र किया।

इसे भी पढ़ें: India China Relations: भारत और चीन के बीच खत्म हुआ सीमा विवाद : दोनों देशों के बीच पेट्रोलिंग पर हुआ अहम समझौता।

Neyaz Ahmad

Neyaz Ahmad, BH24 News की डिजिटल टीम के साथ बतौर रिपोर्टर जुड़े हुए हैं. BH24 News द्वारा दी गई सूचनाएँ केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य के लिए हैं। हम किसी भी जानकारी की सटीकता, पूर्णता या समय पर होने की गारंटी नहीं देते। किसी भी निर्णय लेने से पहले कृपया स्वयं सत्यापन करें और आवश्यकतानुसार विशेषज्ञ सलाह लें। BH24 News के माध्यम से प्रदान की गई जानकारी के उपयोग से उत्पन्न होने वाली किसी भी प्रकार की हानि के लिए हम उत्तरदायी नहीं होंगे। Thank You...

For Feedback - contact@bh24news.com

Leave a Comment