Bird-Flue-2nd- Case-Found-In-Human-In-India: साल 2019 में बर्ड फ्लू से संक्रमण का पहला मामला मिला था। उसके बाद ये दूसरी बार है जब बर्ड फ्लू से संक्रमण का मामला सामने आया। अब इस फ्लू ने 4 साल के नाजुक बच्चों को अपनी चपेट में ले लिया है। इस बात की पुष्टि खुद WHO ने की है।
WHO ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि बच्चा भारत के पश्चिम बंगाल का है। उसे 26 जनवरी को पेट में तेज दर्द और बुखार, और सांस लेने में दिक्कत थी। हालत ज्यादा बिगड़ने पर उसे 1 फरवरी को भर्ती करवाया गया। उसके तमाम टेस्ट करवाए गए। जब रिपोर्ट आई तो पता चला कि बच्चा बर्ड फ्लू के एफ्लूएंजा बी वेरिएंट की चपेट में है।
ज्यादा तबियत बिगड़ने पर उसे 3मार्च को दूसरे सरकारी अस्पताल में रैफर किया गया। जहां उसे आईसीयू में एडमिट किया गया। 5 मार्च को बच्चे की एक जांच करवाई गई जिसके सैंपल कोलकाता रिसर्च लैब में भेजे गए, रिपोर्ट में पता चला कि बच्चा एफ्लुएंसा ए और रिनो वायरस से संक्रमित है।
1 मई को बच्चे को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। डिस्चार्ज करने के बाद भी बच्चे को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया। WHO ने संक्रमण की वजह बच्चे का घर के पास मौजूद पोल्ट्री के संपर्क में आना बताया गया है।
WHO अधिकारियों तरफ़ से कहा गया है कि बच्चों के संपर्क में आए लोगों की जांच चल रही है। हालांकि अभी तक कोई इस वायरस की चपेट में नहीं आया है।
पक्षियों में फैलने वाले इन्फ्लूएंजा वायरस को फैलने से रोकने के लिए कई देशों में अंडों और मुर्गियों को नष्ट किया जा रहा है। इस वायरस के अन्य वेरिएंट को देखते हुए यह कड़ा कदम उठाया गया है।
WHO का कहना है की ये वायरस तेजी से फैल सकता है क्योंकि ये पक्षियों में जल्दी से फैलने वाले एवियन इनफ्लुएंजा के संपर्क में आने से फैलता है। हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से अभी कोई बात नहीं कही गई है।
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