Manipur Floods News: मणिपुर में हिंसा के बाद फिर से मणिपुर के लोगों के लिए भारतीय सेना फिर से मददगार साबित हो रही है सेना के कई कोशिशें के बाद बाढ़ से पीड़ित मणिपुर के लोगों को काफी राहत पहुंचा जा रहा है दरअसल बात यह है कि भारतीय सेना के इंजीनियरों ने इंफाल नदी के तट पर दो-दो बड़ी दरारे मिले हैं दरारों को बहुत ही कम समय में भर दिया गया है इन दरारों के कारण इंफाल ईस्ट में भयंकर बाढ़ आ गई थी।
जानकारी के अनुसार, दो दरारे का सफलतापूर्वक भरने के बाद भी कोंथा खाबम में 22 से 25 मीटर की तीसरी दरार को भी बंद करने की कोशिश किया जा रहा हैं, सेना ने बाढ़ में फंसे कई लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने में सफलता प्राप्त की है और अभी रेस्क्यू कार्य जारी है! हजारों लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है और अभी रेस्क्यू अभियान अभी जारी है हालांकि बाढ़ से करीबन तीन या चार लोगों की मौत की खबर सामने आई है।
इंफाल नदी के कारण 86 इलाकों में बाढ़
बात करें तो मणिपुर के इंफाल घाटी में भारी बारिश के बाद कई बड़ी बाढ़ को देखा गया इससे लाखों लोगों प्रभावित हुए हैं इंफाल नदी के तूफान के कारण कई लाखों में बाढ़ की समस्या बन गई है सैकड़ो घरों में पानी घुस चुका है, फिलहाल लोग अपने घर छोड़कर बाहर रहने को मजबूर है इंफाल नदी के तूफान के कारण इंफाल पश्चिम जिले में खुमान लम्पक, सागोलबंद, नगरम, केसामथोंग, उरीपोक और पाओना इलाकों सहित करीबन 86 इलाकों में पानी कमर से ऊपर तक पहुँच चूका है।
#IndianArmy Engineers plugged 2 major breaches on the banks of Imphal River, that caused severe floods in Imphal(E), #Manipur.
Efforts to close the 3rd breach of 22-25 meters are in progress, at Kontha Khabam.#ManipurFloods@SpokespersonMoD @adgpi @easterncomd @MyGovManipur pic.twitter.com/MEYF4Mye71— PRO Defence, Manipur, Nagaland & South Arunachal (@prodefkohima) May 30, 2024
अभी भी फिलहाल लगातार बारिश की वजह से इंफाल ईस्ट जिले के किरण केरांग, लैरीयेंगबाम लेइकाई और खाबाम इलाके के पास इंफाल नदी का किनारा टूट गया है।
सीएम ने जताया सुरक्षित रहने का आश्वासन
मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह लगातार लोगों को आश्वासन दे रहे हैं कि सीएम ने गुरुवार (30 मई 2024) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए कहा कि हम स्थिति पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं और जल संसाधन विभाग (डब्ल्यूआरडी) और राष्ट्रीय जल विद्युत निगम (एनएचपीसी) की सलाह पर आगे कई रास्ते खोले जाएंगे हमारी आधिकारिक टीम में इस स्थिति से प्रभावि ढंग से प्रबंधन करने और लोगों को सुरक्षित सुनिश्चित करने के लिए 24 घंटे काम में जुड़े हुए हैं और लोगों को सुरक्षा प्रदान करने का प्रयास कर रहे हैं।