D Gukesh World Chess Championship : वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप 2024 का फाइनल मुकाबला गुरुवार को सिंगापुर में खेला गया था इस मुकाबले में भारत के डी गुकेश की टक्कर डिफेंडिंग चैंपियन चीनी के मास्टर डिंग लिरेन से थी काले मोहरों से खेलते हुए डी गुकेश ने 14वी बाजी में डींग-लिरेन को करारी शिकस्त दी और खिताब पर कब्जा जमाया।
भारत के डी गुकेश ने शतरंज की दुनिया में इतिहास रच दिया है वह चेस के नए और सबसे युवा वर्ल्ड चैंपियन बन गए हैं उन्होंने चीन की बादशाहत खत्म कर दी है डूमाराजू गुकेश ने एक रिकॉर्ड के मामले में पूर्व भारतीय चेस मास्टर विश्वनाथन आनंद की भी बराबरी कर ली है।
दरअसल वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप 2024 का फाइनल मुकाबला गुरुवार को सिंगापुर में खेला गया इस अहम मुकाबले में डी गुकेश की टक्कर डिफेंडिंग चैंपियन और चीन के के मास्टर डिंग लिरेन से थी खिताबी मुकाबले में डी गुकेश ने 14वीं बाजी मारी और लिरेन को करारी शिकस्त दी और खिताब पर कब्जा जमाया।
विश्वनाथन के क्लब में भी शामिल हुए गुकेश।
डिंग लिरेन के खिलाफ डी उकेश काले मोहरों के साथ मुकाबले खेले थे पूरे मैच में भारतीय युवा ने अपना जोरदार खेल दिखाया और हर बाजी में चीनी प्लेयर पर भारी पड़े आखिर में डी गुकेश ने चीन की बादशाहत खत्म की और वह नए वर्ल्ड चेस चैंपियन बने।
18 साल के डी गुकेश अब शतरंज की दुनिया के सबसे कम उम्र के वर्ल्ड चैंपियन बन गए हैं साथ ही वह एक रिकॉर्ड के मामले में विश्वनाथन आनंद के क्लब में भी शामिल हो गए हैं 18 साल के डी गुकेश वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप बनने वाले भारत के दूसरे प्लेयर बन गए हैं जबकि विश्वनाथन पहले भारतीय हैं, पांच बार के वर्ल्ड चैंपियन विश्वनाथन आनंद ने अपना आखिरी किताब 2013 में जीता था।
गुकेश का दबाव और डिंग लिरेन ने कर दी गलती।
दरअसल इस ख़िताबी मुकाबले में चीन के डिंग लिरेन पर डीगुकेश किस कदर भारी पड़े इसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि एक समय ये मुकाबला टाइ ब्रेक की ओर जा रहा था मगर उस मुश्किल स्थिति में भी गुकेश ने कॉन्फिडेंस दिखाया और अपनी कोशिश जारी रखी इसका नतीजा यह हुआ कि डिंग लिरेन दबाव में आए और उन्होंने एक बेहद बड़ी गलती कर दी फिर क्या था इसका फायदा तुरंत गुकेश ने उठाया उन्होंने इस दिमागी खेल में डिंग लिरेन को चारों खाने चित करते हुए मैच और ख़िताब दोनों छीन लिए गुकेश ने इस निर्णायक मैच की आखिरी क्लासिकल पारी जीत का लिरेन के 6.5 पॉइंट के मुकाबले जरूरी 7.5 अंक हासिल किया और खिताब जीता।
इस जीत के साथ ही अब शतरंज की दुनिया को एक नया और सबसे युवा चैंपियन मिल गया है गुकेश से पहले रूस के दिग्गज गैरी सबसे कम उम्र के वर्ल्ड चेस चैंपियन थे जिन्होंने 1985 में एनाटोर्ली कारपोर को हराकर 22 साल की उम्र में खिताब जीता था।
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