Gold Prices 7 November: दीपावली के त्योहार के बाद से सोने की कीमतों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। सोमवार, 6 नवंबर को प्रमुख शहरों में सोने के भाव में ₹100 तक की कमी देखने को मिली। वर्तमान में 24 कैरेट सोना करीब ₹80,300 प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहा है, जबकि 22 कैरेट सोना ₹73,600 प्रति 10 ग्राम पर उपलब्ध है।
सोने की कीमतों में गिरावट के संभावित कारण
वर्तमान समय में सोने और चांदी दोनों की कीमतों में गिरावट जारी है, जिसमें चांदी का भाव ₹96,900 प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी चुनाव और फेडरल रिजर्व के आगामी निर्णय सोने की कीमतों पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं। इसके अलावा, डॉलर में मजबूती और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं का असर भी सोने की कीमतों पर देखा जा रहा है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार का असर
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत में मामूली वृद्धि देखी गई है, जहां यह $2,752.80 प्रति औंस के स्तर पर पहुंच चुका है। गोल्डमैन सैक्स के अनुसार, उभरते बाजारों में केंद्रीय बैंक नियमित रूप से सोने की खरीद कर रहे हैं, जिससे सोने की कीमतों में भविष्य में संभावित वृद्धि हो सकती है। विश्लेषकों का मानना है कि अगले कुछ वर्षों में सोने की कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है, विशेषकर 2025 तक यह $3,000 प्रति औंस तक पहुंच सकता है।
प्रमुख शहरों में सोने का भाव
- दिल्ली और एनसीआर: दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम में 24 कैरेट सोना ₹80,440 प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना ₹73,690 प्रति 10 ग्राम पर उपलब्ध है।
- मेट्रो शहरों में स्थिति: मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में 24 कैरेट सोना ₹80,390 प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना ₹73,690 प्रति 10 ग्राम पर स्थिर है।
- अन्य शहर: पटना और अहमदाबाद में 24 कैरेट सोना ₹80,440 प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना ₹73,740 प्रति 10 ग्राम पर देखा जा सकता है। वहीं, भुवनेश्वर, हैदराबाद, और बेंगलुरु में भी यही दरें बनी हुई हैं।
सोने की कीमतों पर असर डालने वाले प्रमुख कारक
- अंतरराष्ट्रीय बाजार की स्थिति: वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक घटनाओं का सोने की कीमतों पर प्रभाव पड़ता है।
- मुद्रा विनिमय दर: डॉलर की मजबूती या कमजोरी का सीधा प्रभाव सोने की कीमतों पर पड़ता है।
- स्थानीय मांग और आपूर्ति: घरेलू बाजार की मांग और आपूर्ति में असंतुलन कीमतों को प्रभावित करता है।
- त्योहारी सीजन: भारत में त्योहारों के समय सोने की मांग बढ़ जाती है, जिससे कीमतों में उतार-चढ़ाव होता है।
- वैश्विक आर्थिक परिस्थितियां: वैश्विक मंदी या आर्थिक संकट जैसी स्थितियां सोने की मांग को बढ़ा देती हैं।
भविष्य की संभावनाएं और विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का कहना है कि निकट भविष्य में सोने की कीमतें स्थिर रह सकती हैं, लेकिन कुछ महीनों बाद इनमें तेजी आ सकती है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे बाजार की परिस्थितियों को समझते हुए ही निवेश करें। लंबी अवधि के निवेशकों के लिए सोना एक स्थिर विकल्प माना जा सकता है।
अस्वीकृति: इस सामग्री में दी गई सलाह केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से है। निवेश से पहले विशेषज्ञ से सलाह लें।