दिल्ली में फिर निर्भया कांड:-यह मामला बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण और दर्दनाक है, जो हमारे समाज की वास्तविकता पर गहरा सवाल उठाता है। 10-11 अक्टूबर की रात, दिल्ली में एक 34 वर्षीय युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ। आईटीओ के पास स्थित एक स्थान से युवती को जबरन उठा लिया गया, और उसके बाद तीन दरिंदों ने उसके साथ दरिंदगी की। इसके बाद, एक ऑटो चालक ने युवती को राजघाट के पास गांधी स्मृति वाली सर्विस रोड पर ले जाकर उसके साथ फिर से दुष्कर्म किया। इस क्रूरता का असर इतना गहरा हुआ कि पीड़िता का मानसिक संतुलन बिगड़ गया और वह अर्धनग्न अवस्था में पैदल चलते हुए सराय कालेखां तक पहुंच गई।
इस घटना की सूचना एक नौसेना अधिकारी ने पुलिस को दी, जिसने युवती की जान बचाई। एम्स में युवती का इलाज जारी है और उसके निजी अंगों का ऑपरेशन भी किया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए, दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस ने कड़ी मेहनत से 21 दिन के भीतर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपियों में ऑटो चालक प्रभु, प्रमोद, और शमशुल शामिल हैं।
पुलिस ने पीड़िता की खून से सनी सलवार और घटना स्थल से संबंधित अन्य सबूत बरामद किए हैं। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों और एसीपी ऐश्वर्या सिंह ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए अपना पूरा प्रयास किया।
घटना का समाज पर प्रभाव और सरकार की प्रतिक्रिया
इस घटना ने समाज को झकझोर कर रख दिया है। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस वारदात की निंदा की और दिल्ली पुलिस द्वारा आरोपियों की गिरफ्तारी की पुष्टि की। साथ ही, इस मामले पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में भी शिकायत दर्ज की गई है।