केरल में #MeToo आंदोलन के तहत मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में यौन शोषण के गंभीर आरोपों का सिलसिला जारी है। इस विवाद में प्रमुख फिल्म निर्देशक रंजीत और अभिनेता जयसूर्या पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए हैं।
निर्देशक रंजीत पर लगे आरोप:
रंजीत के खिलाफ दो अलग-अलग मामलों में यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं। पहले मामले में एक बंगाली अभिनेत्री ने 2009 में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उसने आरोप लगाया था कि रंजीत ने उसे अनुचित तरीके से छुआ था। इस आरोप के बाद रंजीत ने केरल चलचित्र अकादमी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था।
दूसरे मामले में, एक मलयालम अभिनेता ने आरोप लगाया कि 2012 में रंजीत ने उसे बेंगलुरु के एक होटल में बुलाकर कपड़े उतारने को कहा और उसकी न्यूड फोटोज एक जानी-मानी अभिनेत्री को भेजी। इस शिकायत के आधार पर कोझिकोड पुलिस ने रंजीत के खिलाफ आईपीसी की धारा 377 और आईटी अधिनियम की धारा 66ई के तहत मामला दर्ज किया है। रंजीत ने इन आरोपों को खारिज किया है।
अभिनेता जयसूर्या पर लगे आरोप:
फिल्म अभिनेता जयसूर्या पर भी 48 घंटे के भीतर दो महिलाओं ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। जयसूर्या ने इन आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि वह इनसे कानूनी तौर पर निपटेंगे। उन्होंने कहा कि झूठे आरोपों से उन्हें और उनके परिवार को गहरा आघात पहुंचा है, लेकिन वह न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा रखते हैं और बेगुनाही साबित करने के लिए लड़ाई जारी रखेंगे।
मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में इस तरह के आरोपों के चलते #MeToo आंदोलन ने फिर से जोर पकड़ लिया है, और उद्योग में यौन शोषण के मुद्दे पर गंभीर चर्चा हो रही है।